प्रश्न अरस्तु के अनुसार ब्रम्हाण्ड कितने तत्वों से मिलकर बना है ?
उत्तर - अरस्तु के अनुसार ब्रम्हाण्ड पॉंच तत्वों से मिलकर बना है -
1. अग्नि 2. जल 3. वायु 4. पृथ्वी 5. आकाश
प्रश्न तत्व किसे कहते हैं ?
उत्तर - लवाइजिए के अनुसार, तत्व वह पदार्थ है जिसे और सरल पदार्थ में विघटित नहीं किया जा सकता | उन्होंने 33 तत्वों की सूची बनायी थी |
प्रश्न वर्तमान में कुल ज्ञात तत्वों की संख्या कितनी है ?
उत्तर - वर्तमान में कुल ज्ञात तत्वों की संख्या 118 है |
प्रश्न डॉबेराइनर का त्रिक नियम को समझाइए |
उत्तर - डॉबेराइनर ने समान गुणधर्म तीन तत्वों को उनके परमाणु भार के बढ़ते क्रम में एक ही समूह में रखा तब बीच वाले तत्व का परमाणु भार अन्य दो तत्वों के परमाणु भार के औसत होता है | जैसे Li - 6.9 , Na - 23 और K - 39.1
प्रश्न न्यूलैंड्स का अष्टक सिध्दांत को समझाइए |
उत्तर - तत्वों को उनके बढ़ते हुए परमाणु भार के क्रम में व्यवस्थित करने पर प्रत्येक आठवें तत्व की गुणधर्म पहले वाले तत्व के गुणधर्म से मिलते हैं , इसे न्यूलैंड्स का अष्टक सिध्दांत कहते हैं |
प्रश्न न्यूलैंड्स का अष्टक सिध्दांत की कमियाँ / सीमाएँ / विसंगतियाँ लिखिए |
उत्तर - न्यूलैंड्स का अष्टक सिध्दांत सीमाएँ निम्न लिखित है-
1. यह केवल 56 तत्वों तक ही सीमित थी व नए तत्वों के लिए कोई रिक्त स्थान नहीं था |
2. यह सिध्दांत केवल कैल्सियम तक ही लागू होता था क्योंकि कैल्सियम के बाद आठवें तत्व के गुणधर्म पहले तत्व से नहीं मिलते थे |
3. कुछ तत्व जिनके गुण समान नहीं हैं उन्हें एक ही समूह में स्थान दिया गया, जैसे आयरन के रासायनिक गुणधर्म ऑक्सीजन तथा सल्फर से नहीं मिलते हैं |
प्रश्न लोथर मेयर का परमाणु आयतन वक्र को समझाइए |
उत्तर - लोथर मेयर का परमाणु आयतन वक्र तत्वों के परमाणु भार तथा परमाणु आयतन के मध्य ग्राफ है जिनमें समान गुणधर्म वाले तत्व समान स्थानों पर स्थित हैं |
प्रश्न मेंडलीफ के आवर्त सारणी की उपलब्धियां या विशेषताएं या लाभ लिखिए |
उत्तर - 1. तत्वों के अध्ययन में सहायक - मेंडलीफ के आवर्त सारणी में किसी वर्ग के एक तत्व के सामान्य गुण की जानकारी होने पर उसे वर्ग की अन्य तत्वों के गुण के बारे में आसानी से जाना जा सकता है इस प्रकार मंडलीफ का आवर्त सारणी तत्वों के अध्ययन में सहायक हुई |
2. नए तत्वों की खोज में सहायक - मेंडलीफ ने अपनी आवर्त सारणी में कुछ स्थान रिक्त छोड़ दिए थे जिससे कि आने वाली समय में नए तत्वों की खोज होने पर वहां उन तत्वों को रखी जा सके | जैसे नए तत्व बाद में खोजे गए स्कैंडियम गैलियम जर्मेनियम आदि |
3. संदिग्ध परमाणु भर में सुधार - मेंडलीफ की आवर्त सारणी में बेरिलियम के परमाणु भार को संयोजकता के आधार पर ठीक किया गया | इसी प्रकार से इंडियम, यूरेनियम आदि तत्वों के परमाणु भरो में सुधार किया गया |
4. अक्रिय गैसों को स्थान - मंडलीफ के समय तक हीलियम , निऑन और ऑर्गन जैसी अक्रिय गैसों की खोज नहीं हुई थी इसलिए आवर्त सारणी में उनके लिए कोई स्थान नहीं रखा गया जब इन गैसों की खोज हुई तो इन तत्वों की एक अलग समूह बनाकर आवर्त सारणी में नया स्तंभ शून्य समूह के रूप में वैज्ञानिक रेमसे द्वारा जोड़ा गया |
प्रश्न मंडलीफ के आवर्त सारणी की सीमाएं या कमियां लिखिए |
उत्तर - 1. हाइड्रोजन का स्थान अनिश्चित - हाइड्रोजन क्षार धातुओं के ऑयन की भांति H+ ऑयन तथा हैलोजन ऑयन की भांति H- भी बनता है इसलिए यह निश्चित नहीं किया जा सका कि उसे किस वर्ग में रखना उचित होगा |
2. भारी तत्वों को हल्के तत्वों से पहले रखा जाना - संयोजकता के अनुसार रखे जाने पर कुछ स्थानों पर भारी तत्वों के पहले हल्के तत्वों से पहले रखा गया जो मेंडलीफ के नियम के अनुसार सही नहीं है जैसे कोबाल्ट (परमाणु भार 58.9 ) को निकिल (परमाणु भार 58.7) के पहले रखा गया |
3. समस्थानिकों को अलग स्थान नहीं दिया जाना - किसी तत्व की समस्थानिकों के रासायनिक गुणधर्म सामान किंतु परमाणु भार अलग-अलग होते हैं अतः उन्हें आवर्त सारणी में अलग-अलग स्थान मिलना चाहिए परंतु मंडलीफ की आवर्त सारणी में समस्थानिकों के लिए कोई स्थान नहीं था |